गार्डन की घास काटने वाली स्मार्ट मशीन से हो सकता है साइबर फ्रॉड, हर सप्ताह 12 हजार हैकिंग की कोशिश
डिजिटल युग में हर दिन साइबर अपराध की घटनाएं सुनने को मिलती है. क्या आप सोच सकते हैं कि गार्डन में घास काटने वाली स्मार्ट मशीन के जरिए भी अपराधी क्राइम को अंजाम दे सकते हैं.
गार्डन की घास काटने वाली स्मार्ट मशीन से हो सकता है साइबर फ्रॉड, हर सप्ताह 12 हजार हैकिंग की कोशिश
गार्डन की घास काटने वाली स्मार्ट मशीन से हो सकता है साइबर फ्रॉड, हर सप्ताह 12 हजार हैकिंग की कोशिश
Cyber Crime: डिजिटल युग में हर दिन साइबर अपराध की घटनाएं सुनने को मिलती है. क्या आप सोच सकते हैं कि गार्डन में घास काटने वाली स्मार्ट मशीन के जरिए भी अपराधी क्राइम को अंजाम दे सकते हैं. एक रिसर्च में यह बात सामने आयी है. तो चलिए जानते हैं इसको लेकर डीटेल.
लॉन मूवर सॉफ्टवेयर का बचकर करें इस्तेमाल
अभी हाल ही में गार्डन में घास काटने वाली स्मार्ट मशीन के जरिये भी साइबर अपराधियों ने अपराध को अंजाम दिया है. एक रिसर्च में यह बात सामने आयी. वीपीएन सर्विस प्रोवाइडर जेनशील्ड के अनुसार, स्मार्ट उपकरणों को शक्ति देने वाले लॉन मूवर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके आपके डिवाइस को हैक किया जा सकता है.
हर सप्ताह किए गए 12 हजार हैकिंग
शोधकर्ताओं ने कहा, आपके गार्डन में घास काटने वाली स्मार्ट मशीन इंटरनेट से जुड़े उपकरण, इंटरनेट ऑफ थिंग्स का एक हिस्सा बन जाते हैं. ये सुविधा प्रदान करने वाले उपकरण संवेदनशील उपकरणों में घुसपैठ के रास्ते भी खोल देते हैं. एक हालिया अध्ययन में बगीचे की घास काटने वाली मशीनों सहित स्मार्ट उपकरणों वाले घरों में साप्ताहिक रूप से लगभग 12 हजार हैकिंग प्रयासों का पता चला है.
हैकर्स ने प्रति घंटे 14 बार डिवाइस किया हैकर्स
जेनशील्ड के प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ स्टीफन ब्लैक ने कहा, यह एक अजीब दुनिया है जहां लॉन में घास काटने वाला आपकी मशीन रैंसमवेयर हमले के लिए प्रवेश बिंदु बन सकता है. शोध में एक नकली स्मार्ट होम बनाया गया, जिसमें कई तरह के स्मार्ट उपकरण थे, जो इंटरनेट से जुड़े हुए थे. हैकर्स ने प्रति घंटे 14 बार डिवाइस में सेंध लगाने का प्रयास किया.
साइबर अपराध से ऐसे बचें
ब्लैक ने कहा, ये अपराधी वास्तव में आपकी घास काटने की मशीन के साथ खिलवाड़ करने में रुचि नहीं रखते हैं. वे आपके घरेलू नेटवर्क में कमजोर बिंदुओं को खोजने में बहुत रुचि रखते हैं जिनका वे फायदा उठा सकते हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार, इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस कई कारणों से साइबर अपराधियों में लोकप्रिय हैं, जिससे वह आसानी से सेंध लगा सकते है. आपके इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरणों को सुरक्षित करने के लिए शोधकर्ताओं ने डिफॉल्ट सेटिंग बदलने, नियमित सॉफ़्टवेयर अपडेट जैसे कई कदम सुझाए हैं.
02:02 PM IST